BHEL (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) भारत का सबसे बड़ा और सबसे रेपुटेड पब्लिक सेक्टर कम्पनीज में से एक है, जो बिजली और एनर्जी क्षेत्र में अपने अहम भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। वर्षों से, यह बिजली उत्पादन, ट्रांसमिसन और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स को इन्स्ट्रूमेंट्स और सर्विसेज़ प्रदान करने में काफी मददगार साबित हुआ है। लेकिन, इसका शेयर जिसका क्वार्टर रिजल्ट हाल ही में रिलीज हुआ है, कैसा परफॉर्म कर रहा है? आइए BHEL के शेयर (स्टॉक) का प्रेजेंट फाइनैन्शल सिचूऐशन, हिस्टॉरिकल रिटर्न, स्टॉक डिटेल्स और फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स के बारे में थोड़ा एनलिसिस करें।
Brief Introduction
BHEL की स्थापना 1964 में हुई थी और इस कंपनी का मुख्य कार्य हेवी इलेक्ट्रिकल उपकरणों का निर्माण करना और सप्लाइ करना है। यह एक ऐसी कंपनी है जिसके शेयर होल्डिंग पैटर्न में भारत सरकार के पास सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। यह इलेक्ट्रिसिटी, ट्रान्स्पोर्टैशन, डिफेन्स और रेन्युएबल एनर्जी जैसे सेक्टर्स में खास करके अपना प्रेज़न्स बनाए रखा है। काफी वर्षों से, यह कंपनी भारत के इन्डस्ट्रीअल सेक्टर्स में अपनी पहचान बनाए रखा है और मल्टीपल एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को भी सफलता पूर्वक कम्प्लीट करने में मदद की है।
Journey of its performance
BHEL के शेयर भी कई इन्डस्ट्रीअल सेक्टर्स के शेयरों की तरह बहुत सारे उतार चढ़ाव देखे हैं। शुरुआत में ही खास करके 1990 से लेकर 2000 के दशक तक कंपनी के शेयर ने काफी अच्छा परफॉर्म किया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में BHEL के शेयर को भारी काम्पिटिशन, मार्केट के जबरदस्त मूवमेंट और लगातार बदलते एनर्जी सेक्टर्स के माहौल के कारण बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जिसका सीधा असर इसके शेयर प्राइस पर भी देखने को मिला है।
– स्टॉक P/E (Price-to-Earnings) Ratio: BHEL के शेयर का प्रेजेंट P/E ratio लगभग 152 है, जो इस सेक्टर के एवरेज से काफी ज्यादा है। इस ratio के हिसाब से शेयर का प्राइस काफी हाई पर है अभी जिससे देखकर इन्वेस्टर्स अभी इसमें इन्वेस्ट करने से पीछे हो सकते हैं।
– ROE (Return on Equity) और ROCE (Return on Capital Employed): – BHEL के शेयर का रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE), पिछले कुछ वर्षों से कुछ ज्यादा ही कम हो गया है और अभी यह मात्र 1% के आस पास भटक रहा है। जो यह बताता है कि कंपनी अपने इक्विटी बेस को अच्छी तरह से इस्तेमाल करने में अभी सक्षम नहीं हो पा रही है। इसी तरह ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल इमप्लॉयड) भी लगभग 3% के आस पास है। यह भी काफी समय से इसी नंबर के आस पास भटक रहा है मतलब साफ है कंपनी अपने कैपिटल को सही ढंग से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है।
Present Stock Price & Volume: जनवरी 2025 में BHEL के शेयर का प्राइस लगभग ₹195 चल रहा है जिसका 52 वीक हाई ₹335 है और 52 वीक लो ₹192 है। पिछले हाई के तुलना में इसका प्राइस अभी काफी निचले स्तर पर है। मतलब साफ है, यह शेयर अंडरपरफॉर्म कर रहा है। ऊपर से मार्केट अभी और गिरता ही जा रहा है जो BHEL के शेयर के लिए लगातार चुनौतियाँ खड़ी करता जा रहा है।
यह एक इम्पॉर्टन्ट फैक्टर है जिसपर इन्वेस्टर्स लगातार अपनी नजर बिठाए हुए रहते हैं, क्योंकि शेयर होल्डिंग में बदलाव से यह दिखता है कि क्या कोई इस शेयर को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं या नहीं।
– Promotors: 2017 से ही भारत सरकार 63% शेयर होल्डिंग अपने पास रखी हुई है जो इस कंपनी कि स्टेबिलिटी को पुख्ता करता है।
– FIIs (Foreign Institutional Investors): 2017 के बाद से FIIs ने 2022 तक लगातार अपनी होल्डिंग्स को कम करते चले गए हैं हालांकि 2023 और 2024 में इन्होंने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाया भी है।
– DIIs (Domestic Institutional Investors): इन्होनें भी 2017 से 2019 तक अपनी हिस्सेदारी में बढ़ोत्तरी किया, 2020 से 2022 तक लगातार कम किया और फिर 2023 और 2024 में लगभग 3% की हिस्सेदारी बढ़ाया।
– रिटेल इन्वेस्टर: रिटेल इन्वेस्टर ने 2017 से 2022 तक लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई जो लगभग 4% से बढ़ाकर 20% तक हो गई। लेकिन इन्होंने भी 2022 से 2024 में अपनी हिस्सेदारी लगभग 7% तक कम कर ली।
भारत सरकार के पास बहुमत शेयर होना इस कंपनी को 1 मजबूत स्थिति प्रदान करता है परंतु इस कंपनी का परफॉरमेंस अच्छा न हो पाना कंपनी के अंदर एक वीक मैनेजमेंट का होना भी दर्शाता है। साथ में इन्स्टिच्यूशनल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी का कम होना भविष्य में होने वाले संभावनाओं में विश्वास की कमी को भी इशारा करता है।

Financials
पिछले कुछ वर्षों में BHEL के शेयर का फाइनैन्शल स्टैटस काफी अन्स्टैबल रहा है, जिसका सीधा असर इसके शेयर प्राइस पर भी देखने को मिला है। कंपनी के रिवेन्यू और प्रॉफ़िट में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
Revenue और Profit
– Revenue Trends: BHEL के रिवेन्यू में पिछले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे गिरावट देखने को मिली है जो कि FY2013 में ₹48,900 करोड़ से लगातार गिरते हुए FY2024 में ₹23,800 करोड़ रह गई। इस गिरावट का कारण रीस्पेक्टिव इंडस्ट्रीज़ में आती हुई मंदी, नए प्रोजेक्ट्स का कम लॉन्च होना और खासकर प्राइवेट कम्पनीज ग्लोबल कम्पनीज का मार्केट में दाखिल होना है।
-Net Profit: इसी तरह इसके नेट प्रॉफ़िट में भी लगातार गिरावट ही देखि गई है। FY2013 में ₹6,693 करोड़ से कम होते हुए FY2024 में मात्र ₹282 करोड़ ही रह गई। बीच के फाइनैन्शल इयर्स 2020 और 2021 में तो इसका नेट प्रॉफ़िट नेगटिव में चल गया था। यह गिरता हुआ ट्रेंड इन्वेस्टर्स के मन में 1 डर भी पैदा कर दिया है।
– Margins: BHEL का ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट मार्जिन भी समय के साथ लगातार घटता ही गया है जो की FY2013 में 19% था अब FY2024 में मात्र 4% रह गया है। यह बढ़ते हुए काम्पिटिशन और निरंतर ग्रोथ के बीच तालमेल बिठाने में कंपनी के लिए चुनौतियाँ खड़ी कर रहा है।
Future Perspectives
कंपनी के प्रेजेंट चैलेंजेस को देखते हुए BHEL के शेयर के भविष्य का अनुमान लगा पाना अभी के समय में थोड़ा मुश्किल प्रतीत हो रहा है। हालांकि कई ऐनलिस्ट का मानना है कि अगर कंपनी इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर्स में जो समस्याएं हैं उन्हे किसी तरह सफ़लता पूर्वक निवारण कर पाती है और रेन्युएबल एनर्जी, डिफेन्स जैसे उभरते हुए सेक्टर्स में फोकस कर पाती है तो कंपनी के कुछ अच्छा कर पाने की संभावना भी बनती है। इसका मुख्य कारण यह है भारत सरकार भी रेन्युएबल एनर्जी और डिफेन्स सेक्टर्स में काफी ज्यादा ध्यान दे रही है और यदि कंपनी इसी का फायदा उठा कर सरकारी स्कीम और कॉन्ट्रेक्ट्स में भी पार्टिसीपेट करती है तो परफॉरमेंस में कुछ सुधार आ सकता है।
– Conservative Perspective: दूसरी ओर, कुछ इन्वेस्टर्स कंपनी के भविष्य को लेकर थोड़ा डालम डोल की स्थिति में हैं। इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में काफी स्लो इम्प्रूव्मेंट और प्राइवेट कम्पनीज से मिल रहे तगड़ी काम्पिटिशन, इस बात का इशारा कर रही है की अभी कुछ समय तक BHEL के शेयर का प्राइस या तो फ्लैट रह सकता है या बहुत ही स्लो मूव कर सकता है।
Some important points
- आजकल बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भारत का कुछ ज्यादा ध्यान देना और पब्लिक सेक्टर के प्रोजेक्ट्स में बढ़ोत्तरी होना ये दोनों BHEL को लाभ दिला सकती है बशर्ते BHEL भी इस अवसर का लाभ उठाना जाने।
- रेन्युएबल एनर्जी की ओर ध्यान देते हुए यदि BHEL खास करके सोलर एनर्जी, पवन एनर्जी और हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर सेक्टर पर भी फोकस करती है तो कुछ काम बन सकता है।
- डिफेन्स और रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए इलेक्ट्रिसिटी उपकरणों की भारी मात्र में आवश्यकता पड़ती है और इस सेक्टर्स में बजट में और इनवेस्टमेंट भी काफी बढ़ाई गई है। यह भी BHEL के लिए 1 अवसर पैदा करता है।
- जैसे जैसे ग्लोबल एनर्जी मार्केट बढ़ता जाता है BHEL के पास भारत से बाहर अपने आप को विस्तार करने का अवसर बनता जाता है खास करके उन देशों में और मार्केट्स में जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अभी भी काफी वीक है।
Way forward
BHEL के शेयर का प्राइस अभी थोड़ा अन्स्टेबल हो सकता है परंतु अभी यह काफी चुनौतियों का सामना कर रहा है। पर उम्मीद है ये चुनौतियाँ ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी और BHEL के शेयर प्राइस को भी ज्यादा दिन तक रोक नहीं सकेगी। इसके लिए कंपनी को बस रेन्युएबल एनर्जी, डिफेन्स, रेलवे और इन्फ्रास्ट्रक्चर के बड़े बड़े प्रोजेक्ट्स पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है, जो कि लंबे समय तक इसके शेयर प्राइस को ग्रोथ भए दे सके और स्टेबिलिटी भी दे सके।
शेयर का परफॉरमेंस मार्केट के मूवमेंट और वोलाटीलिटी पर भी निर्भर कर सकता है जो कि अभी कुछ ज्यादा ही है मार्केट में। इसलिए ऐसा कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा की BHEL का शेयर इन्वेस्टर्स के लिए अवसर भी प्रदान करता है और उसी के अनुसार रिस्क भी लाता है।
इस आर्टिकल में हमने कोशिश किया है कि BHEL के शेयर को अच्छे से ऐनालाइज करके आपको प्रेज़ेंट कर सकूँ ताकि आपको इस पब्लिक सेक्टर के शेयर में इन्वेस्ट करने को निर्णय लेने में आसानी हो सके। फिर भी इन्वेस्ट करने से पहले आप भी इस पर थोड़ा सा अच्छे से रिसर्च कर लें और जरूरत पड़े तो अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह भी अवश्य ले लें।
क्या आप भी इस शेयर में निवेश किए हुए हैं? यदि हाँ, तो अपने एक्सपीरियंस को कमेंट करके बताएं और यदि हमारे एनालिसिस में कुछ और ऐडिशन करना चाहते हैं तो भी कमेंट करके हमें जरूर बताएं।